जय बिहार! जनसंपर्क के क्रम में तरैया विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में पहुंचने की कोशिश कर रहा हूँ। और, मेरा यह लगातार प्रयास है कि लोगों से अधिक से अधिक संवाद कर उनकी आकांक्षाओं को समझूँ। मुझे कहते हुए बेहद अफ़सोस हो रहा है कि सियासी दलों ने किस कदर जनता के विश्वास को ठगा है उसे मैं शब्दों से बयान नहीं कर सकता। हालात यह हैं कि लोगों को ऐसी ज़िन्दगी जीनी पड़ रही है जिसे हम और आप स्वीकार नहीं सकते।
कागजों में विकास के दावे करने वाली सभी सरकारों ने सिर्फ और सिर्फ जनता के भरोसे और विश्वास के साथ खेलने का काम किया है। मैं आपको बता दूं, अपने बिजनेस के लिए मैनें विभिन्न देशों की यात्राएं की हैं। मैडागास्कर (Madagascar) जैसे गरीब माने जाने वाले देशों में भी गया हूँ। लेकिन, बिहार की सी स्थिति किसी भी दूसरी जगह नहीं है। कहने का मतलब यह बिहार के नागरिक दोयम दर्जे से भी गयी गुजरी स्थिति में अपनी ज़िंदगी काटने को मजबूर हैं।
आखिर ऐसी स्थिति क्यों है? क्यों बिहार बाकी राज्यों से हर मामले में पीछे है? तो, मुद्दे की बात यह है कि आज बिहार की सियासत जातीय चक्रव्यूह से उबर नहीं पा रही। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि यहां टिकट से लगायत वोटों तक का सौदा होता है। हर ब्लॉक, गांव में वोटों के दलाल बैठे हैं जो पार्टियों से प्रत्याशियों से ‘डील’ करते हैं। मुझे भी कई लोगों ने अप्रोच किया कि मैं आपके चुनाव में वोट मैनेज करा सकता हूँ। यह स्थिति है तो कैसे कोई सही नीयत के साथ विकास कर सकेगा। चुनावों को महंगा बना देने के पीछे तय रणनीति है। आम आदमी के दायरे से पूरी चुनाव प्रक्रिया बाहर कर दो ताकि वो न हिस्सा लेगा और न कुछ बदलेगा।
आपको एक चीज हमेशा याद रखनी चाहिए और वह यह कि गलत का विरोध करें। हर कोई अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी निभा देगा तो बदलाव मुश्किल चीज नहीं है। एक विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र को स्वर्ग सरीखा बना सकता है और उसके लिए कहीं से भी अतिरिक्त धन की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो सिर्फ मैनेजमेंट की और आवश्यक इच्छाशक्ति की। शासन से हर एक गांव के विकास के लिए धन अवमुक्त होता है। सबको अलग अलग जिम्मेदारियां मिलती हैं लेकिन विडम्बना यही है कि लोग काम करने के लिए कहाँ चुनाव लड़ते हैं?
आपसे एक निवेदन है, और वह यह कि इस बार चुनाव में मुझे अपना प्रतिनिधित्व करने का मौका दीजिये। मैं आपको अच्छी और बेहतर ज़िन्दगी देने की अपनी प्रतिबद्धता देता हूँ। आप चाहें तो मुझसे सवाल कर सकते हैं। ढेरों सवाल कि मैं क्या करूँगा और कैसे करूँगा। मैं आपको अपने जवाबों से संतृष्ट कर सकता हूँ। आपको विकास का भरोसा दिला सकता हूँ। मेरा साथ दीजिये। तरैया के विकास से ही बिहार का विकास संभव है।